आज के एपिसोड में आप देखेंगे कैसे पाखी मतलबी होकर अनुपमा को मजबूर करती है कि वो सारे इल्ज़ाम अपने सर लेले।
अनुपमा उसे समझाने की कोशिश करती है कि स्कूल आज इस बात को दबा कर सबकी जिंगदी से खेल रहा है और कल कोई और घटना होगी और उसे भी ऐसे ही दबा दिया जाएगा सोच अगर तू उस कमरे में होती तो।
वनराज अनुपमा की बात सुन भड़क जाता है और पेपर छीनने की कोशिश करता है लेकिन अनुपमा पेपर फाड़ देती है और पाखी-वनराज को और भड़का देती है।
बापूजी,अनुपमा की बात का समर्थन करते है और समर, मामाजी और किंजल भी उसका साथ देते है।
वनराज सब पर नाराज़ होता है कि आप सब अनुपमा के नाम भी पट्टी बांदे बैठे है मुझे बस पाखी की चिंता है।
वो अनुपमा को 24 घंटे का समय देता है और कहता है कि वो देखेगा की अनुपमा अपने आप को कैसे सही साबित करेगी।
अनुपमा, समर के साथ बात करती है कि वो अपने आप के लिए कैसे सबूत करे?
नंदिनी और समर एक आईडिया देते है कि उन्हें उन स्टूडेंट से मिलना चाहिए जो कमरे में थे लेकिन उनके माता पिता अनुपमा का साथ देने से मना कर देते है।
अनुपमा निराश हो जाती है लेकिन बापूजी की समर को कोई सिख देता सुन अनुपमा को अपने लिए एक आशा की किरण नजर आती है और वो सोच लेती है कि उसे क्या करना है।
वनराज और काव्या को मीडिया रोक कर सवाल पूछती है कि क्या आप इसलिए तलाक दे रहे है अनुपमा को क्योकी वो मानसिक रूप से बीमार है और स्कूल में आग इसलिए ही लगी क्योकि उनका ध्यान नही था, वनराज गुस्सा हो जाता है औए वहां से चले जाता है।
अगले दिन सुबह किंजल, अनुपमा को गुड लक कहती है तो बा ताना मारती है कि कोई अच्छा काम करने नही जा रही है बापूजी लीला का मजाक बना कर बात को हवा में उड़ा देते है।
वनराज कार लेकर आ जाता है लेकिन समर कहता है वो अनुपमा को छोड़ देगा,अनुपमा कहती है वो वनराज के साथ चली जाएगी और कार में बैठ जाती है।
दोनो स्कूल पहुचते है जहाँ पाखी को देख अनुपमा थोड़ा इमोशनल हो जाती है लेकिन वनराज के ताने सुन अपने फैसले पर वापस से अडिग हो जाती है।
एक तरफ पाखी के कुछ दोस्त उसका मजाक उड़ाते है कि उसकी माँ तो बड़ी फेमस है और न्यूज़ पेपर दिखा कर बहुत मजाक करते है।
वही दूसरी तरफ़ कुछ बच्चे एक कार्ड देते है और कहते है कि आपकी माँ दुनिया की सबसे अच्छी माँ है, काश हम सबकी माँ भी अनुपमा मैडम जैसी होती।
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